How to Get Rid of Acne: Home Remedies for Pimples. Acne: Causes, treatment, and tips.
How to Get Rid of Acne: Home Remedies for Pimples. Acne: Causes, treatment, and tips.
महिलाओं के चेहरे पर दानों के कई कारण हो सकते हैं। यहां कुछ मुख्य कारण और उनके संबंधित उपाय हैं:
हार्मोनल बदलाव: हार्मोन्स में बदलाव, जैसे की पीरियड्स, गर्भावस्था, या हॉर्मोनल इंजेक्शन, दानों के बढ़ने का कारण बन सकता है।
अनियमित डाइट: अनियमित खानपान, ज्यादा तेल युक्त और जंक फ़ूड, चीनी और कॉफ़ीन का अधिक सेवन, तेल और मसालेदार खाने की चीजें दानों के बढ़ने को बढ़ा सकती हैं।
त्वचा की साफ़-सफाई: अच्छे तरीके से चेहरे को साफ़ करना, मेकअप को रात्रि में सही तरीके से हटाना और सही तरीके से मॉइस्चराइज़र लगाना भी चेहरे के दानों को कम कर सकता है।
खाने में उपरोक्त कारणों से बचाव के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:
स्वस्थ आहार: फल, सब्जियाँ, दालें, अनाज, पौष्टिक तेलों से भरपूर खाना खाएं।
पानी की मात्रा: पानी की सही मात्रा में पीना चाहिए।
विटामिन समृद्ध आहार: विटामिन A, C, E और जिंक भरपूर मात्रा में लें, जैसे की अदरक, नारियल, खीरा, गाजर, मूंगफली, अंडे, दूध, फल और सब्जियाँ।
तेल और मसालेदार चीजें: तला हुआ खाना और ज्यादा मसालेदार खाना कम से कम खाएं।
शुगर और कॉफ़ीन: शुगर और कॉफ़ीन की कम मात्रा में रखें।
त्वचा की स्वस्थता के लिए, इसे अच्छे तरीके से देखभालना जरूरी होता है। यदि दाने या पिंपल्स बहुत ज़्यादा हो रहे हों और नियमित उपायों से भी ठीक नहीं हो रहे हों, तो डॉक्टर से परामर्श करना सहायक हो सकता है।
महिलाओं के चेहरे पर दाने या पिंपल्स की समस्या के लिए कुछ घरेलू उपचार हो सकते हैं। यहाँ कुछ आसान तरीके हैं जो आप आजमा सकते हैं:
नींबू का रस: नींबू का रस दानों पर लगाने से उनमें मौजूद बैक्टीरिया को मारने में मदद मिलती है। इसे रोजाना चेहरे पर लगाएं और 15-20 मिनट बाद धो लें।
हल्दी और दही: हल्दी और दही का मिश्रण बनाकर चेहरे पर लगाने से चमकती त्वचा और दानों को कम करने में मदद मिलती है।
नीम का पेस्ट: नीम के पत्तों को पीसकर पेस्ट बनाएं और इसे दानों पर लगाएं। नीम के एंटीबैक्टीरियल गुण दानों को दूर करने में सहायक होते हैं।
आलू का रस: आलू का रस भी चेहरे के दानों को कम करने में मदद कर सकता है।
तुलसी की पत्तियाँ: तुलसी की पत्तियों को पीसकर पेस्ट बनाएं और llइसे दानों पर लगाएं। तुलसी के एंटीबैक्टीरियल गुण त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं।
यदि ये उपाय आपकी स्थिति पर नहीं आ रहे हों या चेहरे पर दाने या पिंपल्स बहुत ज़्यादा हों और समस्या बढ़ रही हो, तो आप ऑनलाइन घर बैठे सस्ती और अच्छी क्रीम मंगा सकते हैं ।
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मुँहासे, जिसे एक्ने वल्गरिस भी कहा जाता है, एक बार-बार होने वाली त्वचा की स्थिति है। इसमें त्वचा के रोम छिद्र बंद हो जाते हैं। मुंहासों को पिंपल्स, ब्लैकहेड्स या कॉमेडोन या त्वचा की गांठों के रूप में देखा जा सकता है। मुँहासे के लक्षण निम्नलिखित हैं:
मुँहासे के धब्बों के आसपास की त्वचा लाल और दर्दनाक
त्वचा जो समय के साथ काली पड़ सकती है या दागदार हो सकती है
मुँहासे के दुर्लभ लेकिन गंभीर मामलों में बुखार और जोड़ों का दर्द हो सकता है
मुँहासे के प्रकार के आधार पर कुछ लक्षण हैं:
1. कॉमेडोजेनिक मुँहासे (गैर-भड़काऊ मुँहासे)
बंद कॉमेडोन (व्हाइटहेड्स): ये छोटे गोल घाव होते हैं जिनमें सफेद पदार्थ (सीबम और मृत त्वचा कोशिकाएं) होते हैं।
खुले कॉमेडोन (ब्लैकहेड्स): ये छोटे गोल घाव ऊबड़-खाबड़ काले धब्बों के रूप में दिखाई देते हैं।
2. गैर-कॉमेडोजेनिक मुँहासे (सूजन संबंधी मुँहासे)
यह मुँहासे त्वचा पर लाल और दर्दनाक क्षेत्र के रूप में दिखाई देते हैं।
वे छोटे, लाल रंग के उभार होते हैं जो कॉमेडोन से विकसित मवाद से भरे हो भी सकते हैं और नहीं भी।
इसके अलावा, इस सूजन वाले मुँहासे को विभिन्न रूपों में प्रस्तुत किया जा सकता है। सबसे आम में शामिल हैं:
पपल्स: ये त्वचा पर छोटे-छोटे दर्दनाक उभार जैसे दाने होते हैं।
फुंसी: इन फुंसियों में मवाद जमा होता है और इनका रंग लाल होता है।
गांठें: ये बड़े, दर्दनाक, ठोस दाने होते हैं जो त्वचा की गहराई में होते हैं।
सिस्ट: ये गहरे, दर्दनाक, मवाद से भरे दाने निशान पैदा कर सकते हैं।
कुछ मामलों में, एक व्यक्ति मुँहासे के गंभीर रूप से भी पीड़ित हो सकता है जिसे नोडुलोसिस्टिक मुँहासे कहा जाता है। इसमें त्वचा पर गांठें बन जाती हैं जो कठोर द्रव्यमान होती हैं, 5 मिमी से बड़ी होती हैं, और आमतौर पर पीठ और गर्दन के क्षेत्र में मौजूद होती हैं। महिला व पुरुष दोनों के लिए ऑनलाइन भी काफी अच्छी Acne cream उपलब्ध है । वेबसाइट का लिंक
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